aslam sonu laxminiya

Monday, 28 March 2016

Poem on Mother in Hindi Language – ऐसी होती है माँ by aslamsonuasgroup

  • हमारे हर मर्ज की दवा होती है माँ….
    कभी डाँटती है हमें, तो कभी गले लगा लेती है माँ…..
    हमारी आँखोँ के आंसू, अपनी आँखोँ मेँ समा लेती है माँ…..
    अपने होठोँ की हँसी, हम पर लुटा देती है माँ……
    हमारी खुशियोँ मेँ शामिल होकर, अपने गम भुला देती है माँ….
    जब भी कभी ठोकर लगे, तो हमें तुरंत याद आती है माँ…..
  • दुनिया की तपिश में, हमें आँचल की शीतल छाया देती है माँ…..
    खुद चाहे कितनी थकी हो, हमें देखकर अपनी थकान भूल जाती है माँ….
    प्यार भरे हाथोँ से, हमेशा हमारी थकान मिटाती है माँ…..
    बात जब भी हो लजीज खाने की, तो हमें याद आती है माँ……
    रिश्तों को खूबसूरती से निभाना सिखाती है माँ…….
    लब्जोँ मेँ जिसे बयाँ नहीँ किया जा सके ऐसी होती है माँ…….
    भगवान भी जिसकी ममता के आगे झुक जाते हैँ
    – कुसुम
  • माँ मैं फिर जीना चाहता हूँ, तुम्हारा प्यारा बच्चा बनकर
    माँ मैं फिर सोना चाहता हूँ, तुम्हारी लोरी सुनकर
    माँ मैं फिर दुनिया की तपिश का सामना करना चाहता हूँ, तुम्हारे आँचल की छाया पाकर
    माँ मैं फिर अपनी सारी चिंताएँ भूल जाना चाहता हूँ, तुम्हारी गोद में सिर रखकर
    माँ मैं फिर अपनी भूख मिटाना चाहता हूँ, तुम्हारे हाथों की बनी सूखी रोटी खाकर
    माँ मैं फिर चलना चाहता हूँ, तुम्हारी ऊँगली पकड़ कर
    माँ मैं फिर जगना चाहता हूँ, तुम्हारे कदमों की आहट पाकर
    माँ मैं फिर निर्भीक होना चाहता हूँ, तुम्हारा साथ पाकर
    माँ मैं फिर सुखी होना चाहता हूँ, तुम्हारी दुआएँ पाकर
    माँ मैं फिर अपनी गलतियाँ सुधारना चाहता हूँ, तुम्हारी चपत पाकर
    माँ मैं फिर संवरना चाहता हूँ, तुम्हारा स्नेह पाकर
    क्योंकि माँ मैंने तुम्हारे बिना खुद को अधूरा पाया है. मैंने तुम्हारी कमी महसूस की है .
  • by aslam sou a s group
  • असलम सोनू ए एस गुरूप اسلم سؤنؤ اي اس ✊✌✋☝

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